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सूत्रधार संस्था 27वीं सूत्रधार होली संध्या का करेगी आयोजन – दिनेश सेन
कुल्लू, खबर आई
04 मार्च को सूत्रधार कला संगम कुल्लू द्वारा सूत्रधार भवन के कार्यालय में अध्यक्ष दिनेश सेन की अध्यक्षता में कार्यकारिणी बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में संस्था अध्यक्ष दिनेश सेन ने जानकारी देते हुए कहा कि अपने स्थापना वर्ष 1977 से लेकर आज तक सूत्रधार कला संगम कुल्लू द्वारा वर्ष भर में गीत-संगीत, लोककला, नाटक तथा आधुनिक नृत्य व समाज सेवा के क्षेत्र में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन करवाया जाता रहता है। इसी कड़ी में संस्था पिछले 26 वर्षों से कुल्लू की समृद्ध पारम्परिक होली गायन पर आधारित कार्यक्रम होली संध्या का आयोजन करती आ रही है तथा इस बार भी संस्था 27वीं सूत्रधार होली संध्या का आयोजन करने जा रही है। इस 27वीं सूत्रधार होली संध्या कार्यक्रम का आयोजन 09 मार्च 2025 रविवार को देव सदन कुल्लू के सभागार में सायं 07:00 से रात्रि 10:00 बजे तक किया जाएगा। 27वीं सूत्रधार होली संध्या में सुप्रसिद्ध लेखक, गायक व संगीतकार स्व० श्री राम कुमार कपूर की रचनाओं के साथ-साथ कुल्लू की प्रसिद्ध प्रचलित व पारम्परिक होली गीतों का गायन किया जायेगा। इस कार्यक्रम को और अधिक रोचक बनाने हेतु इसमें होली से सम्बन्धित नृत्यों की प्रस्तुतियां भी दी जाएगी। संस्था अध्यक्ष दिनेश सेन ने यह भी बतलाया कि यह सम्पूर्ण कार्यक्रम सभी आम जनमानस कला प्रेमियों के स्वस्थ मनोरंजन हेतु निशुल्क रहेगा तथा प्रदर्शनी मैदान में गाड़ियों की पार्किंग व्यवस्था भी निशुल्क रहेगी। संस्था के उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिह को इस कार्यक्रम का प्रभारी बनाया गया। इस 27वीं सूत्रधार होली संध्या कार्यक्रम में गोपाल कृष्ण महंत अध्यक्ष नगर परिषद कुल्लू मुख्यातिथि के रूप में शिरकत करेंगे तथा अनुभव शर्मा कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद कुल्लू कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।
बैठक में संस्था अध्यक्ष दिनेश सेन सहित उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, महासचिव अतुल गुप्ता, वित्त सचिव जोगेंद्र ठाकुर, भण्डार प्रभारी तिलक राज चौधरी, सचिव मंजु शर्मा, यशोदा शर्मा व हितेश कुमार गोगी, लोक नृत्य प्रभारी सीमा शर्मा, विशेष आमंत्रित सदस्य सुंदर श्याम व पं० विद्या सागर, आमंत्रित सदस्य जीवन, सनी व संजय तथा प्रबंधक उत्तम चन्द उपस्थित रहे। गौरतलब है कि मथुरा एवं वृज की तर्ज पर रघुनाथ जी की नगरी कुल्लू में वैराग्य समुदाय के साथ-साथ आम जनमानस में होली गायन तथा होली उत्सव को मनाए जाने की परम्परा 17वीं शताब्दी में रघुनाथ जी के कुल्लू आगमन के समय से चली आ रही है। समय परिवर्तन के कारण धीरे-धीरे यह समृद्ध परम्पराए क्षीण होती जा रही है।
ऐसे में सूत्रधार कला संगम द्वारा कुल्लू जनपद में होली संध्या के नाम से कार्यक्रम आरम्भ करके पारम्पारिक होली गायन व उत्सव को संरक्षित रखने व सम्बर्धन करने का बीड़ा उठाया गया है इसी परम्परा को आगे बढ़ाने के उदेश्य से इस वर्ष भी सूत्रधार कला संगम कुल्लू द्वारा 27वीं सूत्रधार होली संध्या के कार्यक्रम को दिनांक 09 मार्च 2025 रविवार को देव सदन कुल्लू के सभागार में सायं 07:00 बजे करवाया जाना निश्चित हुआ है।