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पोरी मेला लाहुल स्पीति के हिंदू व बौद्ध धर्म की अनूठी संस्कृति का परिचायक व आस्था का केंद्र – अनुराधा राणा, विधायका
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16 से 18 अगस्त तक त्रिलोकनाथ में मनाया जाएगा तीन दिवसीय पोरी मेला
लाहुल स्पीति, खबर आई उदयपुर
जनजातीय जिला लाहुल स्पीति का राज्यस्तरीय पोरी मेला 16 से 18 अगस्त तक त्रिलोकनाथ में मनाया जाएगा।
तीन दिवसीय पोरी मेले के सफल आयोजन व आवश्यक प्रबंधों को लेकर विधायक अनुराधा राणा ने मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष व उप समितियां के समन्वयकों के साथ उदयपुर उप मंडल में समीक्षा बैठक की और आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए।
विधायका अनुराधा राणा ने कहा कि राज्य स्तरीय पोरी मेला लाहुल स्पीति के हिंदू व बौद्ध धर्म के अनुयायियों की अनूठी संस्कृति का परिचायक व आस्था का केंद्र है। उन्होंने कहा कि लाहुली संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए प्रदेश सरकार भी कृत संकल्पित है। उन्होंने कहा कि मेले को और बेहतर तरीके से आयोजित करने को लेकर आयोजन समिति के सभी सदस्यों के साथ आवश्यक विचार विमर्श भी किया गया है और सभी की सहभागिता भी सुनिश्चित बनाई जा रही है।
बैठक में उन्होंने स्वच्छता को लेकर भी विशेष फोकस रखा और संबंधित अधिकारियों को भी विशेष प्राथमिकता रखने के लिए उन्होंने निर्देश जारी किए। एसडीएम एवं अध्यक्ष राज्यस्तरीय पोरी मेला समिति केशव राम ने बैठक का संचालन किया और इससे पूर्व विधायका अनुराधा का बैठक की अध्यक्षता करने के लिए एसडीएम ने स्वागत व आभार भी व्यक्त किया।
एसडीएम केशव राम ने विधायका को मेले के सफल आयोजन को लेकर किए गए आवश्यक प्रबंधों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी।मेला आयोजन उप समितियों के समन्वयकों व सदस्यों ने भी अपने बहुमूल्य सुझाव रखे और सभी लोगों से बढ़ चढ़कर मेले में हिस्सा लेने के लिए आवाहन भी किया।
एसडीएम केशव राम ने समीक्षा बैठक में बताया कि तीन दिवसीय राज्यस्तरीय पोरी मेले का आगाज शोभा यात्रा से होगा। मेले के दौरान कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। व खेलकूद प्रतियोगिताएं भी आयोजित कारवाई जाएंगी।
एसडीएम केशव राम ने बताया कि इसके अतिरिक्त बेबी शो, हिमालयन क्वीन व हिमालयन प्रिन्सेस प्रतियोगिता, डॉगशो, वॉली वाल, कबड्डी, टेबल टेनिस व बेडमिंटन, मेराथन दौड़ (पुरुष, महिला ) एवं 16 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए) राज्यस्तरीय पोरी मेले के मुख्य आकर्षण रहेंगे।
बैठक में मेला आयोजन समिति की उप समितियां के समन्वयकों तथा सदस्यों सहित उदयपुर उपमंडल के कार्यालयों के अधिकारी, संबंधित पंचायतों के प्रधान व उप प्रधान एवं कारदार श्री त्रिलोकीनाथ मंदिर मौजूद रहे।