लाहुल स्पीति (खबर आई )
घाटी में बर्फबारी के लिए इष्ट देवों की स्तुति की जाती थी – लामा नवांग उपासक
शीत मरुस्थल के नाम से प्रसिद्ध जिला लाहुल स्पीति भारी बर्फबारी के इंतजार में है, यदि इन दिनों में भी घाटी में बर्फबारी ना हुई तो समस्या विकराल हो सकती है। सूखी ठंड के कारण कई पेयजल जम चुके हैं। केलांग पंचायत के पूर्व प्रधान लामा नवांग उपासक ने कहा कि गत वर्ष इन दिनों तक लाहुल में काफी बर्फबारी हो चुकी थी, लेकिन इस बार मौसम के लगातार खराब रहने मौसम विभाग के चेतावनी के बाद भी इन्द्र देव का नाराज़ रहना निश्चित ही लाहुल स्पीति के किसानों व बागवानों के माथे में चिंता की लकीर खींच रहीं है।
उन्होंने कहा कि मौसम का संबंध आस्था से भी जुड़ा रहता है। पुराने परम्परा में इन दिनों लाहुल में नववर्ष के दौरान हर घर में देवी देवताओं व ईष्ट देवताओं की पूजा अर्चना व स्तुति की जाती थी। पूजा अर्चना तथा स्तुति के दौरान मुख्य रूप से ऐसे वरदान मांगे जाते थे, जिनका आज कहीं भी उपयोग नहीं किया जाता। वरदान मांगने के लिए कुछ स्तुति ऐसे होती थी। ” छर छू दुस सु बब, लो छुग तग तु फेल” अर्थात पूरे इलाके में बारिश और बर्फबारी समय समय पर होने की कामना व वरदान मांगते हैं जिससे कि हमारे खेत खलिहान व घरों में सुख समृद्धि बढे। लेकिन इस समय देवी देवताओं की पूजा अर्चना एवं स्तुति करने के लिए मनुष्य के पास समय ही नहीं रहा।