चौहारघाटी के आराध्य देवता पशाकोट का काष्ठकुणी शैली में नवनिर्मित मंदिर का प्रतिष्ठा समारोह 11 फरवरी को –
ललित ठाकुर, खबर आई पधर
चौहारघाटी के देव पशाकोट 11 फरवरी को उरला के करालड़ी स्थित लगभग 80 लाख की लागत से काष्ठकुणी शैली में नवनिर्मित मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शिरकत करेंगे। लगभग 5 दिन तक देवता का ठहराव यहीं मंदिर में होगा। वही दस फरवरी को देव हुरंग काली नारायण और देव पशाकोट का उरला में मन्दिर में भव्य मिलन होगा ।
जानकारी देते हुए ग्राम पंचायत उरला की प्रधान ममता देवी ने बताया कि इस सम्बंध में कमेटी ने सभी तैयारियां पूर्ण कर ली है। वही मन्दिर की प्रतिष्ठा के बाद मन्दिर में विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जा रहा है । उन्होंने क्षेत्र के श्रद्धालुओं से आह्वाहन किया है कि इस कार्यक्रम में जरूर पधारें और देवता का आशीर्वाद लें ।
उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से उरला के करालड़ी में देवता का भव्य नवनिर्मित मन्दिर बनकर तैयार हो गया अब उसकी प्रतिष्ठा होने जा रही है। उसके बाद देवता आगे के पड़ाव के लिए रवाना होकर मंडी में होने वाली अंतराष्ट्रीय शिवरात्रि में कूच करेंगे।
उधर, चौहरघाटी के बड़ा देव हुरंग काली नारायण
भी अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि पर्व को लेकर अपने मूल मंदिर से रवाना हो चुके हैं। ऐसे में देवी देवता के वाद्य यंत्रों की सुरीली ध्वनि से क्षेत्र का माहौल भक्ति मय बना हुआ है । सभी देवता अपने लाव लश्कर सहित गांव-गांव में प्रवेश कर ग्रामीणों को सुख, समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद दे रहे हैं।