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जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ टेलीमेडिसन सेवा हुई बंद –
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राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य अभियान से करार खत्म होने से बंद हुई सेवा –
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आपात स्थिति में कई बार रामबाण साबित हुए टेलीमेडिसन केंद्र –
लाहुल स्पीति, खबर आई केलंग
हिमाचल के लाहुल स्पीति और चंबा में चल रहे चार टेली मेडिसन केंद्र बंद हो गए हैं। यह चारों केंद्र मरीजों के उपचार के लिए चेन्नई स्थित अपोलो अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं ले रहे थे। दरअसल टेली मेडिसन के लिए चेन्नई अपोलो अस्पताल का राष्ट्रीय ग्रामीण स्वस्थ अभियान के जरिए हिमाचल सरकार से साल 2015 में करार हुआ था। लेकिन अब यह करार 31 मार्च को समाप्त होने जाने से केलांग, काजा, भरमौर और किलाड़ में चल रहे चारों टेली मेडिसन केंद्र 1 अप्रैल से बंद हो गए हैं। जिससे जनजातीय इलाकों में मरीजों की दिक्कतें बढ़ गई हैं।
केलंग केंद्र में अब तक 6693 मरीजों का हुआ इलाज –
केलंग क्षेत्रीय अस्पताल में चल रहे टेली मेडिसन केंद्र में साल 2015 से अब तक 6693 रिफर्ड मरीजों का इलाज किया गया है। वहीं इस दौरान 831 आपातकालीन मरीजों को टेली मेडिसन केंद्र जीवन दान दे चुका है। टेलीमेडिसन केंद्र ने सेवा दे रही महिला स्वास्थ्य कर्मी ने बताया कि अटल टनल खुलने से पहले सर्दी के मौसम में एक दिल के मरीज को अपोलो के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने टेलीमेडिसन के जरिए उपचार कर जीवनदान दिया। बताया कि केलांग अस्पताल के डॉक्टर जिन मरीजों को उपचार के लिए भेजते थे उनका अपोलो के विशेषज्ञ डाक्टर इलाज करते रहे हैं।
1 अप्रैल से टेलीमेडिसन केंद्र हुए बंद –
सीएमओ लाहुल डाक्टर रोशन लाल ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य अभियान के साथ करार खत्म होने के कारण केलांग और काजा में टेलीमेडिसन केंद्र 1 अप्रैल से बंद हो गए हैं। कहा कि आपात स्थिति में मरीजों को अपोलो चेन्नई के विशेषज्ञ डाक्टर डायग्नोज करते थे।
हिमाचल सरकार करार को बढ़ाएं- रवि
पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने कहा उनके विधायकी के दौरान केलंग और काजा ने टेलीमेडिसन केंद्रों को खोला गया था। रवि ठाकुर ने कहा कि टेलीमेडिसन केंदों की मदद से जनजातीय इलाकों में कई गंभीर मरीजों की जान बचाई गई है। ठाकुर ने कहा कि लाहुल स्पीति जैसे जनजातीय इलाकों में विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात नहीं होने से टेलीमेडिसन केंद्र के जरिए मरीजों को अपोलो जैसे प्रतिष्ठित स्वास्थ्य संस्थानों के विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाएं मिल रही थी। कहा कि राज्य सरकार जनजातीय लोगों के व्यापक हित में इस करार को फिर आगे बढ़ाएं।
क्या है टेलीमेडिसन सुविधा –
टेली मेडिसिन एक इलाज का एक आधुनिक तरीका है जिससे डॉक्टर और मरीज दूर से ही संपर्क करके इलाज कर सकते हैं। इसमें मोबाइल फोन, कंप्यूटर, वीडियो कॉल, चैट या ऐप जैसे तकनीक का स्टाल होता है। मरीज डॉक्टर को अपने लक्षण बताता है — ये चैट, ऑडियो कॉल या वीडियो कॉल के जरिए होता है। डॉक्टर मरीज के बताए गए लक्षणों के आधार पर सवाल पूछता है और जरूरत पड़ी तो रिपोर्ट्स (जैसे ब्लड टेस्ट या एक्स-रे) की फोटो या पीडीएफ मंगवाता है। डॉक्टर मरीज को ई-प्रिस्क्रिप्शन देता है, जिसमें दवाइयों के नाम और खुराक होती है।