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सुक्खू सरकार की लापरवाही और जनप्रतिनिधियों के साथ असंवैधानिक रवैया अपनाने के कारण पार्टी बदली – रवि ठाकुर, भाजपा प्रत्याशी
लाहुल स्पीति, खबर आई काजा
ज़ैसे जैसे चुनाव का दिन नज़दीक आ रहा है, भाजपा प्रत्याशी रवि ठाकुर का समर्थन बढ़ता जा रहा है। स्पीती में जनसंपर्क के दौरान लोगों ने रवि ठाकुर को निर्विरोध विधायक बनाने की बात तक कह डाली। रवि ठाकुर के समर्थक का यह बयान सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा का विषय है। रवि ठाकुर ने कहा की लाहुल स्पीती में फिर से चुनाव होना सरकार की लापरवाही और जनप्रतिनिधियों के साथ असंवैधानिक रवैया अपनाना यही कारण है। सरकार के इसी रवैया से आपके द्वारा चुने जाने के बाद भी मैने पार्टी बदली।
मीडिया प्रभारी रिंगजिन हय्यरपा ने कहा कि रवि ठाकुर चाहते तो बिना कोई काम किए भी अपने पाँच वर्षों का कार्यकाल पुरा कर सकते थे! लेकिन उन्होंने सिर्फ़ इसलिए इस्तीफ़ा दिया ताकी आम जनता का कार्य प्रभावित ना हो। रवि ठाकुर जी ने जनता के हित के लिए अपने बहुमूल्य चार वर्षों का त्याग करके पुनः हमारे बीच चुनाव लड़ने का फ़ैसला लिया। दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी है जिसके पास अभी कोई मज़बूत उम्मीदवार भी नहीं है। कहा जा रहा है पार्टी की ओर से इक्कीस उम्मीदवार टिकट के लिए लाइन में है। ऐसे में किसी एक को टिकट मिलता भी है तो वह पहले अपने आप को सुरक्षित करने का प्रयास करेंगे और बाक़ी लोग उसे हटा कर खुद आगे बढ़ने का षड्यंत्र रचेंगे। अब सोचना यह है की इस खींचातानी में आम जनता का कितना काम हो सकेगा? क्या इस बंदरबाँट की राजनीति में लाहुल स्पीती तरक़्क़ी कर पाएगा? यह सोचने की बात है।
एक तो वैसे ही पूरी कांग्रेस पार्टी के अंदर असंतुलन है, वैसे में लाहुल स्पीती को भी इसमें उलझा कर रखना कहीं से उचित नहीं है।इसलिए नैतिकता के नाते यह उचित होगा की हम सभी रवि ठाकुर जी को पुनः एक सशक्त विधायक के रूप में चुने और लाहुल स्पीती के विकास पर ध्यान केंद्रित करें। चूँकि हम सभी ने ही पाँच वर्षों के लिए इन्हें बहुमत के साथ चुना था और इनके कार्यकाल का चार वर्ष अभी भी बाक़ी है, और विपक्ष का कोई सशक्त चेहरा सामने नहीं है, ऐसे हालातों में लाहुल स्पीती की जनता इन्हें निर्विरोध चुनने का प्रस्ताव लाएँ और चुनावी परेशानियों से बचकर रवि जी को उनका अधिकार दिलाएं।
उन्होने कहा कि रवि ठाकुर ने लाहुल स्पीती की तरक़्क़ी के लिए यहाँ के जनता की भलाई के लिए एक बड़ा त्याग किया है, अब यह हमारा कर्तव्य बनता है की हम सभी मिलकर उन्हें उनका उचित सम्मान दें, और हर पंचायत से उन्हें निर्विरोध चुनने का प्रस्ताव पारित कर एक इतिहास बनाते हुए अपने शक्ति का प्रदर्शन करें और सरकार को सबक़ सिखाएँ।