आज शाम को हो सकता है सुक्खू मंत्रिमंडल का विस्तार,धर्माणी व गोमा बन सकते है मंत्री!
शिमला (खबर आई )
आज सांय हिमाचल प्रदेश के सुखविंद्र सुक्खू मंत्रिमंडल में दो और मंत्री शामिल होने की जानकारी मिली है। सूत्रों के अनुसार बिलासपुर से राजेश धर्माणी और कांगड़ा से यादविंद्र गोमा सुक्खू मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते है। आज शाम करीब 4.45 बजे के बीच राजभवन शिमला में शपथ ग्रहण समारोह होगा। राजभवन सचिवालय की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है।
उल्लेखनीय है कि राजेश धर्माणी बिलासपुर से एकमात्र कांग्रेस के घुमारवीं विधानसभा से विधायक हैं। बिलासपुर जिला को एक साल से मंत्री पद का इंतजार था। देर रात ही यह फैसला हुआ है। वहीं धर्माणी बिलासपुर से शिमला पहुंच चुके हैं। उनके मंत्रिमंडल में शामिल होने की सूचना से समर्थकों में खुशी की लहर है। मंगलवार सुबह घुमारवीं में राजेश धर्माणी के घर के बाहर कार्यकर्ता और कांग्रेस के पदाधिकारी बधाई देने के लिए पहुंचे।
घुमारवीं कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजीव शर्मा ने उनके नाम की पुष्टि की है। पोर्टफोलियो बदलने की भी तैयारी वहीं, धर्माणी के अलावा एक और मंत्री भी शपथ लेंगे। कांगड़ा के जयसिंहपुर से विधायक यादविंद्र गोमा को भी मंत्री बनाया जाएगा। कांगड़ा के दो विधायकों को शिमला बुलाया गया है। सारे मंत्री भी बुलाए हैं। कुछ मंत्रियों के पोर्टफोलियो बदलने की भी तैयारी है। मिली जानकारी के मुताबिक, एक ब्राह्मण, एक राजपूत और एक अनुसूचित जाति चेहरे को मंत्री बनाने की तैयारी है। फिलहाल, दो ही मंत्री बनाए जाने की सूचना है। कांगड़ा से इन विधायकों में से किसी एक को बनाया जा सकता है मंत्री अनुसूचित जाति कोटे से कांगड़ा जिले के विधानसभा क्षेत्र जयसिंहपुर के विधायक यादवेंद्र गोमा पहला चुनाव 2012 में जीते थे, 2017 में चुनाव हारे। 2022 में दूसरा चुनाव जीते हैं। उनके पिता मिल्खी राम गोमा तीन बार विधायक रहे हैं।
जानकारी यह मिली है कि कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की सिफारिश पर यादवेंद्र गोमा मंत्री बन सकते हैं। क्योंकि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रदेश में अनुसूचित जाति कोटे से दो मंत्री बनाने की सिफारिश की थी। इनमें से एक स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल शामिल हैं। यादवेंद्र गोमा सोमवार शाम से शिमला में है और जयसिंहपुर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी शिमला के लिए निकल गए हैं। वहीं, धर्मशाला से सुधीर शर्मा, ज्वालामुखी से संजय रतन और फतेहपुर से भवानी सिंह पठानिया तीनों में से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है।