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राजेंद्र राणा बोले – बिखर चुकी है कांग्रेस, तानाशाह बने है मुख्यमंत्री, कांग्रेस में बापिस होने का मतलब ही नही –
शिमला, खबर आई सूत्र
विधानसभा में अपनी ही पार्टी से बगावत करने के बाद चंडीगढ़ के होटल में डटे कांग्रेस के 6 बागी पूर्व विधायकों से लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह की मुलाकात को लेकर घमासान मचा हुआ है। इसी को लेकर कांग्रेस के बागी पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने साफ किया कि विक्रमादित्य सिंह ने उनसे मुलाकात जरूर की है। लेकिन इस मुलाकात के दौरान कांग्रेस में वापसी को लेकर कोई बात नहीं हुई है। राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा यह कहना कि कुछ विधायक कांग्रेस में वापस आना चाहते हैं, सरासर झूठ है।
अब घर वापसी का सवाल ही नहीं
राजेंद्र राणा ने दावा किया कि सभी 6 विधायक एकजुट हैं। कोई भी विधायक कांग्रेस में वापसी करने नहीं जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने नेतृत्व परिवर्तन की उनकी मांग नहीं मानी है। ऐसे में घर वापसी का अब सवाल ही नहीं है। कहा कि विधानसभा की सदस्यता रद्द करने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। उन्हें पूरा विश्वास है कि अदालत का निर्णय उनके पक्ष में होगा।
गौरतलब है कि सभी कांग्रेस के बागी पूर्व विधायकों का कहना है कि हमारे सामने तमाम विकल्प खुले हैं और अब सिर्फ वेट एंड वॉच की पुरानी नीति पर हम सभी काम कर रहे हैं। राणा ने कहा कि हम सभी को अपने चुनाव क्षेत्र के लोगों की भी राय जाननी भी जरूरी है। कानूनी पहलू भी देखना है। अभी हम सिर्फ इन्हीं दो मसलों पर सबसे पहले गौर कर रहे हैं। उसी के मुताबिक अगला फैसला करेंगे।
काले नाग कौन हैं, यह जनता तय करेगी
पुर्व कांग्रेस राजेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री द्वारा बागी विधायकों को काले नाग की संज्ञा देने पर कहा कि काले नाग कौन हैं, यह प्रदेश की जनता तय करेगी। कहा कि बीते एक साल से विधायक अपनी ही सरकार में जलालत सह रहे थे। कहा कि प्रदेश सरकार ने उनके पीएसओ वापस बुला लिए हैं। लेकिन केंद्र सरकार ने उन्हें सुरक्षा दी है। इसके लिए वह केंद्र सरकार के आभारी हैं। फिलहाल अगली रणनीति बनाई जा रही है।