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उठाऊ पेयजल योजना पराशर का चार पंचायत के लोग कर रहे विरोध –
मंडी, खबर आई पधर
उठाऊ पेयजल योजना पराशर का स्थानीय चार पंचायत के लोग भारी विरोध कर रहे हैं। इस सम्बंध में स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों ने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों से वार्ता करनी चाही लेकिन अधिकारी वार्ता के लिए तैयार नही है।
जिस कारण जल शक्ति विभाग पधर के खिलाफ द्रंग विधानसभा क्षेत्र की चार पंचायतों के लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि विभाग द्वारा पराशर के लिए दयोरी पंचायत से लगभग दो करोड़ रुपये की लागत से एक उठाऊ पेयजल योजना का निर्माण किया जा रहा है जिसका स्थानीय चार पंचायतों ने विरोध किया है।
स्थानीय लोगों में देउरी पंचायत के प्रधान धनी राम, नागधार पंचायत के प्रधान रमेश, पूर्व प्रधान देउरी टिकमे राम, खिरामणि, गोपाल ठाकुर, हीरा लाल, महिला मंडल की प्रधान भवना देवी सहित अन्य लोगों का कहना है यह क्षेत्र जल शक्ति विभाग पनारसा के अधीन आता है जबकि उपरोक्त योजनाओं पर निर्माण कार्य जल शक्ति विभाग पधर कर रहा है ऐसा क्यों।
लोगों का कहना है कि अगर इस योजना का निर्माण होता है। तो चार पंचायतों की सरकारी योजनाएं व कई शमशान घाटों का पानी सूख जायगा। 4 पंचायतों के लोग 2018 से इस पेयजल योजना का विरोध कर रहे हैं। जबकि पूर्व में रहे विधायक ने इस योजना को विधायक प्राइटी में डालकर पराशर के लिए एक योजना का प्राकालन तैयार किया । जिसका लोग शुरू से ही विरोध कर रहे थे। लोगों का कहना है कि पराशर में पीने के पानी की कोई ऐसी समस्या नहीं है क्योंकि वर्तमान में पराशर में सेगली पंचायत से दो लिफ्ट सुचारू रूप से काम कर रही है। विभाग का कहना है कि यह लिफ्ट सर्दियों में 3 महीने बंद रहती है जबकि 3 महीने सर्दियों में पराशर में जाने की सरकार की ओर से पूर्ण रूप से पाबंदी लगी होती है तो यह योजना सिर्फ बड़े नेताओं और एक ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई जा रही है। द्रंग के कुछ बड़े नेताओं ने पराशर के आसपास भूमि खरीद रखी है जिस कारण अब बड़े-बड़े होटल निर्माण करने के फिराक में हैं और अब 4 पंचायत के लोगों को परेशान किया जा रहा है।
लोगों का कहना है कि पराशर में सिर्फ देवता की जमीन है और वँहा पर न कोई घर और गांव है। लोगों का कहना है कि जब तक जनता के साथ इस योजना के बारे में कोई समझौता नहीं होता तब तक यहां के लोग इस निर्माण कार्य को नहीं होने देंगे। वही ग्रामीणों ने बताया कि इस सम्बंध में हाई कोर्ट में एक याचिका डाली गई है।
वही विभाग ने किसी एक व्यक्ति पर मामला दर्ज करवाया है। उसे विभाग द्वारा वापिस लिया जाए क्योंकि यह पानी कोई एक व्यक्ति का नही है। जब इस बारे में अधिशाषी अभियंता पधर विवेक हाजरी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सारे आरोप निराधार है। पराशर में सर्दियों में पानी की कमियों को पूरा करने के लिए इस पेयजल योजना का निर्माण किया जा रहा है। विभाग एक दिन में 40 हजार लीटर पानी ही उठाएगा।