लाहुल स्पीति (खबर आई संवाददाता)
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खुलकर नहीं बरस पाए इंद्रदेव,
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एक बार फिर निराश किया लाहुल स्पीति के किसानों को
मौसम विभाग के अनुसार पहाड़ी क्षेत्रों में भारी हिमपात की चेतावनी दी गई थी लेकिन ऐसा लग रहा है इंद्रदेव खासे नाराज चल रहे हैं। लाहुल स्पीति के निवासी भारी हिमपात के उम्मीदवार बैठे हुए थे लेकिन अंततः उन्हें निराशा ही हाथ लगी। रात भर हल्की-फुल्की बर्फबारी होने से घाटी में बर्फीले इलाकों में लगभग 3 से 4 इंच ही हिमपात हुआ है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि इस माह भी भारी हिमपात ना हुआ तो निश्चित ही समस्या खड़ी हो सकती है। घाटी के बुजुर्गों का कहना है कि कई वर्षों से कम होती बर्फबारी के कारण सिंचाई एवं पेयजल की समस्या बनती जा रही है और यह निश्चित ही खतरे की घंटी मान रहे हैं। किसानों व बागवानों चिंतित है क्योंकि सभी प्राकृतिक चश्मे व ग्लेशियर से बने नालों में पानी साल दर साल बिल्कुल कम होता जा रहा है। लाहुल स्पीति के किसान व बागवान की जीविका इन्हें प्राकृतिक चश्मों व ग्लेशियर से बने नालों में ही टिकी है। इन्हीं स्त्रोत्र को ही सिंचाई एवं पेयजल के लिए उपयोग में लाते हैं। लाहुल स्पीति के खेती – बाड़ी से स्थानीय लोगों की आजीविका के साथ-साथ बाहरी लोगों के लिए रोजगार का भी बहुत बड़ा योगदान रहता है। अब आलम यह बना हुआ है कि सर्दियों में अधिक बर्फबारी न होना और गर्मियों में कम बारिश का होना अवश्य ही चिंतन करने वाला विषय है।