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भुंतर के खोखन नाले पर 70 अवैध कब्जे चिन्हित, 7 दिन में नगर पंचायत व कब्जाधारी हटाएं कब्जे, वर्ना होगी कड़ी कार्रवाई – विकास शुक्ला
कुल्लू,खबर आई ब्यूरो
हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू के प्रवेश द्वार भुंतर में वर्षों से बारिश व बरसात में तबाही मचाने वाले खोखन नाले के ऊपर व आसपास राजस्व विभाग द्वारा 70 अवैध कब्जे चिन्हित किए गए हैं। जबकि नाले के आसपास हुए बहुत से अवैध कब्जों को भी चिन्हित कि ए जाने की प्रक्रिया जारी है। क्योंकि आने वाली बरसात को मददेनजर रखते हुए जिला प्रशासन व राजस्व विभाग खोखन नाले को पुराने आकार में लाना चाहता है। ताकि आने वाली बरसात में खोखन नाला बाजार वह बस्ती में तबाही न मचाए।
गौरतलब है कि खोखन नाला कई सालों से अवैध कब्जाधारियों की मार को झेलते हुए पूरी तरह से सिकुड़ गया है। जिसकी वजह से बारिश हो बरसात में नाले में आने वाला पानी भुंतर बाजार व बस्तियों में जमकर तबाही मचाता है। हाल ही में हुई बारिश के दौरान भी खोखन नाले ने भुंतर बाजार में अपना खूब कहर ढाया।
एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला ने कड़े कदम उठाते हुए राजस्व विभाग को नाले के ऊपर व आसपास हुए अवैध कब्जों को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए। उसी के तहत तहसीलदार भुंतर द्वारा करवाई गई डिमार्केशन के दौरान खोखन नाले व आसपास में अभी तक 70 अवैध कब्जे चिन्हित किए गए हैं।
जिसकी रिपोर्ट तहसीलदार भुंतर नीतिश ठाकुर ने एसडीएम कुल्लू को पिछले दिनों सौंप दी थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला ने सरकार द्वारा प्रदत न्यायिक शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए नगर पंचायत भुंतर तथा अवैध कब्जाधारियों को निर्देश दिए गए कि वह 7 दिन के अंदर सरकारी भूमि से अवैध कब्जों को हटाए अन्यथा उसके बाद प्रशासन द्वारा कब्जे हटाने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिसका खर्चा भी अवैध कब्जाधारियों से वसूला जाएगा। उन्होंने जारी आदेश में बॉम्बे म्युनिसिपल कॉरपोरेशन तथा सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का हवाला देते हुए अवैध कब्जाधारियों को यह निर्देश जारी किए हैं। क्योंकि तहसीलदार भुंतर ने भी अपने रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा है कि नाले को आने वाली बरसात के मद्देनजर साफ व खुला करना बेहद आवश्यक है। ताकि वह पानी आने की स्थिति में नुकसान का कारक न बने। इसी के चलते एसडीएम विकास शुक्ला ने भी सरकार द्वारा प्रदत आपदा प्रबंधन के तहत निहित शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए अवैध कब्जे हटाने के निर्देश जारी किए हैं।
एसडीएम विकास शुक्ला ने बताया कि चूंकि खोखन नाला अवैध कब्जाधारियों की वजह से पूरी तरह से सिकुड़ गया है। जबकि उसका आकार 22 से लेकर 65 फीट तक था। लेकिन नाले के ऊपर व आसपास हुए अवैध कब्जों की वजह से नाला महज 2 से 4 फीट तक ही रह गया है।
गौरतलब है कि राजस्व विभाग द्वारा जारी की गई अवैध कब्जाधारियों की सूची में भुंतर बस स्टैंड के आसपास का पूरा बाजार अवैध तौर पर बसा है। राजस्व रिपोर्ट के मुताबिक जिसे नगर पंचायत द्वारा स्थापित किया गया है। अधिकतर दुकानें नगर परिषद द्वारा अवैध तौर पर बनवाई गई है। लेकिन अब देखना यह है कि नगर पंचायत, राजस्व विभाग तथा जिला प्रशासन इस संदर्भ में कितनी तत्परता व सख्ती के साथ अवैध कब्जे हटाने की कार्रवाई करते हैं? वहीं अवैध कब्जाधारियों में भी हड़कंप मचा हुआ है।