शिमला ( खबर आई ब्यूरो )
हिमाचल में ग्लेशियर जमने के कारण बिजली उत्पादन में भारी गिरावट –
हिमाचल में ठंड का प्रकोप बिजली प्रोजेक्ट पर ज्यादा असर करता दिख रहा है। जिस कारण ग्लेशियर जमने जमने लगे हैं ग्लेशियर जमने के कारण नदी नालों का पानी का न्यूनतम स्तर हो गया है,इसी के चलते हैं हिमाचल में बिजली प्रोजेक्ट लगभग 70 फ़ीसदी के करीब उत्पादन कम हो गया है सूत्रों की माने तो बिजली बोर्ड और हिमाचल प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के बिजली प्रोजेक्ट में मुश्किल से 30 लाख यूनिट बिजली पैदा कर पा रहे हैं,जबकि गर्मियों में 90 लाख यूनिट से भी ज्यादा बिजली उत्पादन होता है
गौरतलब है कि राज्य के सभी निजी व सरकारी बिजली प्रोजेक्ट गर्मियों में लगभग 500 लाख यूनिट बिजली पैदा करते हैं। इन दिनों राज्य में मुश्किल से 150 लाख यूनिट बिजली उत्पादन हो पा रहा है। इससे हिमाचल बिजली के लिए पड़ोसी राज्यों पर निर्भर होना पड़ रहा है
राज्य का अपना विद्युत उत्पादन गिरता जा रहा है और बिजली की मांग बढ़ती जा रही है। प्रदेश में इन दिनों 355 लाख यूनिट तक मांग पहुंच गई है। इससे राज्य के घाटे में चल रहे बिजली बोर्ड को और अधिक करंट लग रहा है, क्योंकि राज्य सरकार जनता को 125 यूनिट बिजली फ्री में देती है।
सूत्रों से ज्ञात हुआ है बैंकिंग सिस्टम में हिमाचल गर्मियों के दौरान पंजाब,हरियाणा,चंडीगढ़,दिल्ली इत्यादि राज्यों को मुफ्त में बिजली देता है और सर्दियों में इन्हीं राज्यों से मुफ्त में बिजली वापस लेता है।