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वन अधिकार अधिनियम में हिमाचल को मिले छूट – जगत सिंह नेगी, राजस्व मंत्री

वन अधिकार अधिनियम में हिमाचल को मिले छूट – जगत सिंह नेगी, राजस्व मंत्री

वन अधिकार अधिनियम में हिमाचल को मिले छूट – जगत सिंह नेगी, राजस्व मंत्री

16 साल में सिर्फ 9 फ़ीसदी लोगों को मिला वन अधिकार का लाभ –

शिमला,खबर आई सूत्र

   हिमाचल में वन अधिकार अधिनियम के तहत प्रदेश के कई जिलों में इसका कोई लाभ नहीं ले पा रहे है। जबकि देश के अन्य जनजातीय राज्यों में इसका लाभ भरपूर लिया जा रहा है लेकिन हिमाचल के अन्य जिलों को छोड़कर जनजातीय जिलों में भी इसका सीधा लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। वन अधिकार अधिनियम में ऐसे कई बाधाएं आ रही है जिससे सैकड़ों फाइलें दबी की दबी रह गई है। इस संदर्भ में हिमाचल के राजस्व एवं जनजातिय मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि जल्द इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी जाएगी ताकि कुछ छूट मिल सके ताकि वन अधिकार के लाभ सभी ले मिल सके। अब सुक्खू सरकार वन अधिकार अधिनियम मामले में सुप्रीम कोर्ट से छूट के लिए पैरवी करेगी।
              राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा यदि कोर्ट में मामला जाएगा तो समय लग सकता है इसलिए कई विकासात्मक कार्य रुक सकते है, इसलिए कानून की जानकारी देने के लिए अधिकारियों, एफआरए कमेटियों और पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने कहा राज्य के कई जिलों में लोगों को वनों से मिलने वाले हक की पेचीदा प्रक्रिया से करना पड़ रहा है। लोगों को मकान बनाने के लिए टीडी लेने के लिए भी वन विभाग के कार्यालयों कें कई चक्कर काटने पड़ रहें है।

           राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा अधिकार अधिनियम के तहत वन भूमि से लकड़ी एकत्र करने, औषधीय पौधों के एकत्रीकरण, पशुओं को चराने के साथ साथ जंगलों में सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक अधिकारों सहित 13 मदों में लोगों को हक दिलवाने के मामले में सरकार सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करेगी। प्रदेश में जंगलों में औषधीय पौधों को एकत्र करने के साथ भैंस और भेड़ बकरियों को चरा कर गुजर बसर करने वाले गुज्जरों के अलावा लाहुल स्पीति में भी सभी लोगों को वन अधिकार अधिनियम के तहत राहत नहीं मिली है। सिरमौर और किन्नौर जिला में भी यही स्थिति है। यहां लोग सालों से वन भूमि पर रह रहे हैं, मगर राजस्व रिकार्ड में उनका नाम नहीं। अधिकार अधिनियम  बनने के 16 साल बाद भी प्रदेश में सिर्फ 9 फीसद लोगों को ही इसका फायदा मिल सका है।

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