शिमला ( खबर आई संवाद सूत्र)
एमबीबीएस के दाखिले में हुई फर्जीवाड़ा, छात्र गिरफ्तार
मां – बाप की डॉक्टर बनाने की अभिलाषा के चलते छात्र ने दिया फर्जीवाड़ा को अंजाम दिया।
झूठे दस्तावेज के आधार पर उसका दाखिला आईजीएमसी शिमला में हो गया।आरोपी छात्र ने मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया और नियमित क्लासे भी लगानी शुरू कर दी। उसे मेडिकल कॉलेज की ओर से रोल नंबर 1601020708 भी दिया था।
एमबीबीएस में प्रवेश के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने गत 17 जुलाई को प्रवेश परीक्षा करवाई। इसमें पास हुए बच्चों की स्टेट वाइज मेरिट लिस्ट बनी। नियमों के मुताबिक, मेडिकल कॉलेजों में कुल सीटों की 85% सीटें राज्य कोटे की, जबकि 15% सीटें ऑल इंडिया कोटे की हैं।
आरोपी छात्र ने NTA की वेबसाइट पर घोषित परिणाम से किसी अन्य लड़की का सर्टिफिकेट डाउनलोड किया और उसमें टेंपरिंग करके अपने लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए और इसी आधार पर उसने अटल मेडिकल रिसर्च यूनिवर्सिटी नेरचौक मंडी में काउंसिलिंग में भाग लिया,तथा आईजीएमसी शिमला में दाखिला भी मिल गई। शक के आधार पर जब नेशनल मेडिकल कमीशन ने रिकॉर्ड चैक किया तो उसका दाखिला फर्जी पाया गया।
मेडिकल काउंसिलिंग कमेटी ने इसकी सूचना मेडिकल कॉलेज शिमला को दी। ऐसे में I आईजीएमसीने भी अपने स्तर पर इसकी जांच की और इस छात्र के रिकाॅर्ड जांच की। जांच में छात्र दोषी पाया गया जांच कमेटी ने छात्र को मेडिकल कॉलेज से निलंबित कर दिया।
शिमला पुलिस के एएसआई व जांच अधिकारी सुनील नेगी ने कहा कि देर रात पुलिस ने सदर थाना शिमला में शिकायत मिलने के बाद एफआईआर दर्ज की। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की पहचान कार्तिक शर्मा के तौर पर हुई है। वह बिलासपुर के घुमारवीं का रहने वाला है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी छात्र के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 के तहत केस दर्ज कर दिया गया तथा मामले की गहन जांच की जा रही है।