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वन मंडल लाहुल द्वारा वन मित्रों के लिए 5 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का किया आयोजन –
लाहुल स्पीति, खबर आई
वन मंडल लाहुल में कार्यरत नव-नियुक्त वन मित्रों के लिए एक 5 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 1 मई से 6 मई 2025 तक कॉन्फ्रेंस हॉल, जहालमा में किया जा रहा है। इस शिविर का उद्देश्य स्थानीय वन मित्रों को हिमालयी पारिस्थितिकी, वन विभाग की कार्यप्रणाली और क्षेत्रीय वन प्रबंधन से संबंधित व्यवहारिक एवं सैद्धांतिक जानकारी प्रदान करना है।
प्रशिक्षण की मुख्य विषयवस्तुएँ –
* ट्रांस-हिमालयी परिदृश्य की विशेषताएं एवं पारिस्थितिकीय संवेदनशीलता –
* वनस्पति विज्ञान, वन्यजीव संरक्षण एवं संवेदनशील वनों की सुरक्षा –
* नर्सरी प्रबंधन, पौधरोपण, जल एवं मृदा संरक्षण के उपाय –
* विभागीय योजनाएं, वन कानून, वन अपराधों की रोकथाम –
* समुदाय सहभागिता आधारित वन प्रबंधन एवं आपदा प्रबंधन रणनीतियाँ –
* जलवायु परिवर्तन के प्रभाव और उनसे निपटने के उपाय –
शिविर की शुरुआत वन मंडलाधिकारी, लाहुल द्वारा स्वागत भाषण से हुई। इसके पश्चात हिमाचल प्रदेश वन विभाग की संरचना और स्थानीय जैव विविधता से संबंधित जानकारी साझा की गई। विशेषज्ञों द्वारा वन्यजीव सुरक्षा, नर्सरी संचालन, रोपण तकनीक और जल संसाधन प्रबंधन पर व्याख्यान प्रस्तुत किए गए।
शिविर में प्रतिभागियों को फील्ड विज़िट, नर्सरी भ्रमण, पौधरोपण अभ्यास और मृदा-जल संरक्षण गतिविधियों के माध्यम से वास्तविक कार्य स्थितियों से परिचित करवाया गया। यह प्रशिक्षण स्थानीय वन मित्रों की कार्यकुशलता बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें लाहुल की संवेदनशील पारिस्थितिकी के संरक्षण में सक्रिय भागीदार बनाएगा।
वन मंडलाधिकारी का कहना है कि वन मित्र, जो स्वयं इस क्षेत्र के निवासी हैं, न केवल वनों की रक्षा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे बल्कि स्थानीय समुदाय और वन विभाग के बीच सेतु बनकर संवेदनशील वनों की दीर्घकालिक सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।