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किसानों व बागवानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाए तथा समय-समय पर उन्हें प्रशिक्षित भी करें – तोरुल एस रवीश
कुल्लू, खबर आई
उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस रवीश की अध्यक्षता में बुधवार को प्राकृतिक कृषि को लेकर जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित हुई। उपायुक्त ने कहा कि जिला के किसानों व बागवानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाए व समय-समय पर उन्हें प्रशिक्षित भी किया जाए। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि आतमा परियोजना के अंतर्गत कृषि सखी के लिए प्रशिक्षण देना सुनिश्चित करें ताकि वे आगे जाकर सभी क्लस्टर स्तर पर किसानों को भली भाँति प्रशिक्षित कर सकें।
उपायुक्त ने कृषि, बागवानी, ग्रामीण विकास विभाग को संयुक्त रूप से अपनी योजनाओं को जागरूक एवं प्रशिक्षित करने के लिए शिविर आयोजित करें ताकि अधिक से अधिक लोगों तक प्रभावी रूप से प्रशिक्षण का लाभ प्राप्त हो सके।
बैठक में जानकारी दी गई कि लम्बे समय तक रसायन युक्त खेती करने के बाद अब किसानों-बागवानों का रुझान वापस प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ रहा है। हिमाचल प्रदेश के रसायन मुक्त कृषि करने की दिशा में राज्य सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना चलाई गई है। इस योजना के तहत अब प्रदेशभर से किसान रासायनिक खेती को छोड़कर प्राकृतिक खेती को अपना रहे हैं। जिससे किसानों की आय में वृद्धि के साथ-साथ रसायन मुक्त पैदावार मिल रही है।
जिला कुल्लू में भी बड़ी संख्या में किसानों ने प्राकृतिक खेती को अपनाया है। जिले भर के कई किसान प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना का लाभ उठा रहे हैं। इस योजना के तहत मिल रहे लाभों से किसान अपने आप को आर्थिक रूप से मजबूत कर रहे हैं।