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चिट्ठा तस्करी का आरोपी जिला कल्याण अधिकारी को किया सस्पेंड –
शिमला, खबर आई
हिमाचल में ड्रग्स सप्लाई करने वालों की धड़कन जारी है। सरकारी अधिकारियों से लेकर वकील तथा महिलाएं तक इस दलदल में फंस चुके है। ऐसे ही एक मामले में शिमला में चिट्टा तस्करी के रैकेट में शामिल आरोपी तहसील कल्याण अधिकारी को कुछ दिनों पहले गिरफ्तार किया था। आरोपी अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद शिमला पुलिस ने मामले की रिपोर्ट ई-सोमसा विभाग को भेजी दी है। चिट्टा तस्करी के आरोप में गिरफ्तारी के बाद ई-सोमसा विभाग की ओर से आरोपी तहसील कल्याण अधिकारी मुकुल चौहान को डिमांड सस्पेंशन की गई है।
आप को बाते दे कि उत्तर भारत में चिट्टा तस्करी का रैकेट फैलाने वाले शाह गैंग की गिरफ्तारी के बाद शिमला पुलिस ने शाह गैंग की मनी ट्रेल से तार जुड़ने के बाद आरोपी तहसील कल्याण अधिकारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी तहसील कल्याण अधिकारी ने चिट्टे की खेप मंगवाने के लिए मां-बाप के अलावा पत्नी के बैंक खातों से चिट्टे का भुगतान किया है। आरोपी अधिकारी कोटखाई से ट्रांसफर होने के बाद कुछ समय पहले शिमला आया था। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी तहसील कल्याण अधिकारी ने चिट्टे की खेप मंगवाने के लिए अपने माता-पिता और पत्नी के बैंक खातों का इस्तेमाल कर रहा था। इस वजह से आरोपी अधिकारी के परिजनों को भी पुलिस थानों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि चिट्टा तस्करी में गिरफ्तार किया गया। आरोपी तहसील वेलफेयर आफिसर शिमला में चिट्टे का नेटवर्क चलाने वाले विजय सोनी अंतरराज्यीय ड्रग तस्करी के साथ चिट्टा तस्करी में शामिल था।
पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी ड्रग तस्करों को ठहराने के आलावा अन्य इंतजाम करता था। शिमला पुलिस को आरोपी तहसील कल्याण अधिकारी के बारे शिकायतें मिली थीं। आरोपी तहसील कल्याण अधिकारी मुकुल चौहान शिमला जिला में तहसील कल्याण अधिकारी के पद पर तैनात है। उधर, ई-सोमसा विभाग की निदेशक किरण भड़ाना का कहना है कि शिमला पुलिस की ओर से रिपोर्ट मिलने के बाद मामले की रिपोर्ट ई-सोमसा विभाग के प्रधानसचिव को भेज दी है। उन्होंने कहा कि आरोपी अधिकारी को डिमांड सस्पेंशन किया गया है।