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देवता श्रृगां ऋषी की शोभा यात्रा से शुरू हुआ जिला स्तरीय बंजार मेला
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स्कूली छात्राओं सहित लोगो ने फूल बरसा कर किया देवता का स्वागत ।
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पांच दिनों तक देव समागम देखने आयेंगे हजारों की संख्या में कई राज्यों से लोग
नवल किशोर चौहान बंजार।
जिला स्तरीय बंजार मेले का शुभारंभ देवता श्रृंगा ऋषि कोठी चैंहणी के बंजार आगमन सहित शोभा यात्रा से हो गया। बुधवार को सांय करीब 3 बजे देवरथ के साथ सैंकडों हारियानों बंजार मेला मैदान में सुंदर लाव लशकर के साथ पहुचें इस रथ यात्रा के साथ ही जिला स्तरीय बंजार मेला का विधीवत तरीके से आगाज हुआ। वर्षों से देव परंपरा का निर्वाह करते हुए देवता श्रृृंगा ऋषि की
भव्य जलेव यात्रा हजारों श्रद्धालुओं हारियानों सहित दर्जनों वाद्य यंत्रों के साथ जैसे ही जलेव यात्रा मेला ग्रांउड में पहुंची स्कूली छात्राओं सहित लोगो द्वारा फूलों की वर्षा कर देवता का स्वागत किया यह नजारा देखने योग्य था। फूल-मालाओं सुसज्जित देवता का देखते ही प्रत्येक श्रद्धालु श्रृंगा ऋषि की जय कारों की घोष से गूंज उठा।
ऋषि के रथ को अस्थाई शिविर में विराजमान हुए तो देवता का आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड पड़ी।
वहीं इस वर्ष घाटी के करीब डेढ दर्जन देवी देवता मेले में शिकरत करने पहुचे है। 15 मई से 19 मई तक चलने वाले पांच दिवसीय बंजार मेला मुख्य रूप से वंजार घाटी की पांच कोठी चैंहणी ,खाडागाड, त्रिलोकपूर, शिकारी व फतेहपूर के प्रमुख देवता श्रृंगा ऋषि के सम्मान में मनाया जाता हैं। जिला स्तर बंजार मेला जहां देवता श्रृंगा ऋषि को समर्पित है। वहीं घाटी के अन्य देवी-देवताओं उक्त देवताओं ने श्रृंगा ऋषि के साथ मिलन कर अपने-अपने अस्थाई शिविरों में बैठते है। दर्जनों देवता पांच दिन तक मेला बंजार में ही अपने अस्थाई शिविरों में रहेगें। लिहाजा देवालयों की भांति जहां यहां रोजाना चार पहर विधिवत पूजा अर्चना होती रहेगी वहीं दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का भी सैलाव उमड़ता रहेगा।इन देवी देवताओं ने की बंजार मेले में शिरकत।