मल्टिटास्क वर्करों से विभाग करवा रहा है, खच्चरो की लदाई का काम –
ललित ठाकुर,खबर आई पधर
लोक निर्माण विभाग मण्डल पधर के अधीन रखे गए मल्टिटास्क वर्करों से विभाग द्वारा खच्चरें लदवाई जा रही है जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
मामला लोक निर्माण विभाग पधर द्वारा रखे गए मल्टिटास्क वर्कर का है। जंहा विभाग द्वारा नाले में बजरी की खुदाई करने के बाद बजरे को खच्चरों में लदा जा रहा है।
वही मल्टी टास्क वर्करों ने इस सम्बंध में एक वीडियो भी वायरल कर दी है। आपको बता दें कि पूर्व की भाजपा सरकार ने लोक निर्माण विभाग में मल्टिटास्क वर्करों की भर्ती की थी। वही भर्ती के दौरान भर्ती देने आए युवकों से सीमेंट की 50 किलो की बोरी उठा कर उनसे दौड़ लगाई गई थी जिसके बाद वीडियो भी शोशल मीडिया में वायरल हो रही थी।
उसके बाद विभाग ने कई जगहों पर पत्रकारों को कवरेज करने से भी रोका था ताकि बोरी उठाएं युवाओं की खबरें प्रिंट और शोशल मीडिया में न लगे। विभाग ने भर्ती किये मल्टिटास्क वर्करों से खच्चरें लदवाई जा रही है। मामला डिविजिन पधर के अंतर्गत आने वाली जेई सेक्शन पदवाहन का है।
मल्टी टास्क वर्कर वीडियो में बोल रहे हैं कि विभाग ने मल्टिटास्क वर्करों को पंचायत के हवाले किया है और पंचायत प्रधान इनसे खड्ड में बजरी की खुदवाई करवा कर बजरी को खच्चरों में भर रहें है। जबकि मल्टी टास्क वर्करों का कहना है कि पंचायत प्रधान इनसे इतना काम करवा रहें हैं कि इनको रेस्ट भी नही करने देते। वही मल्टिटास्क वर्कर बताते हैं कि इन्हें चार महीने की सैलरी भी नही मिली है जिसका वीडियो शोशल मीडिया में वीडियो वायरल हो रहा है।
पंचायत प्रधान भड़वाहन कमांडो जितेंद्र ठाकुर ने कहा कि दमेला खड्ड पर डायवर्जन का कार्य किया है उक्त स्थान पर बजरी डालनी थी जिस पर गांव वालों ने अपने पैसों से खच्चरें हायर की थी और विभाग ने लेबर भेजी थी लेकिन जो लेबर आई थी उन्होंने आधा घण्टा भी कार्य नही किया है सभी आरोप निराधार है। वीडियो बनाने वाले लड़के ने तो कोई भी कार्य नही किया है।
सहायक अभियंता पधर मस्त राम नायक का कहना है कि मल्टी टास्क वर्करों को ड्यूटी रूल का पता नही है। दमेला खड्ड में डायवर्जन का कार्य किया जा रहा है। जंहा पर बजरी डालनी है। प्रधान ने खच्चरें मुहैया करवाई थी डायवर्जन की जगह पर बजरी उठाने के लिए विभाग ने लेबर लगाई है वही इस सम्बंध में इनसे पूछताछ की जा रही है की वीडियो किस पर्पज से बनाई है । सरकार से बजट आने पर ही सैलरी दी जायेगी।