नई दिल्ली ( खबर आई संवाददाता )
देश में कोरोना की लहर,केंद्र ने दिए राज्यों को सख्त निर्देश ऑक्सीजन की सप्लाई में कमी न हो –
24 घंटे में 201 कोरोना के नए मामले-
दिल्ली एयरपोर्ट पर चीन, हांगकांग, बैंकॉक, जापान और साउथ कोरिया से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच की जा रही है-
देश में कोरोना के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट पर है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकारों को लेटर भेजा है। इसमें लिखा है कि देश में कोरोना की रफ्तार धीमी है, लेकिन हमें आने वाली चुनौती के लिए पहले से ही तैयार रहना चाहिए। मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि ध्यान रखें कि ऑक्सीजन की सप्लाई में कमी न आए। साथ ही वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सप्लाई की मशीनें दुरुस्त रखी जाएं।
देश में पिछले 24 घंटों में 201 नए कोरोना केस सामने आए हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि भारत में एक्टिव मामले 3,397 हैं, जो कुल मामलों का 0.01% है। रिकवरी रेट फिलहाल 98.8% है। पिछले 24 घंटों में 183 लोग ठीक हुए हैं, जिससे ठीक होने वालों की कुल संख्या 4,41,42,791 हो गई है।
दूसरी तरफ, वैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट आई है। इसमें बताया गया है कि देश में 75% लोगों ने बूस्टर डोज नहीं लगवाई है। अभी तक किसी भी राज्य में बूस्टर डोज का कवरेज 50% तक नहीं पहुंचा है। हालांकि, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और ओडिशा में 40% से ज्यादा लोगों ने बूस्टर डोज लगवा ली है।
संसद भवन में गुरुवार को सत्र में आने वाले सांसदों को गेट पर ही मास्क बांटे गए। कोरोना से हालात बदतर होते जा रहे हैं। भारत में भी सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है। 7 दिसंबर से चल रही संसद में भी कोरोना का असर देखा गया। लोकसभा के स्पीकर आम बिड़ला और राज्यसभा के स्पीकर जगदीप धनखड़ मास्क लगाए हुए नजर आए। हालांकि, कई सांसदों ने मास्क लगाया हुआ और कई ने नहीं लगाया हुआ था।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने गुरुवार को संसद में देश में कोरोना के हालात पर बयान दिया। उन्होंने कहा- पिछले 3 साल में वायरस के बदलते स्वभाव ने सेहत के लिए खतरा पैदा किया है। इसने हर देश को प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि नए वैरिएंट से चुनौती बढ़ी हैं। हर प्रॉटोकॉल का पालन करना जरूरी है।