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राज्य सभा सीट पर बीजेपी के हर्ष महाजन जीते, भाजपा की शतरंजी चाल के आगे कांग्रेस चित –
शिमला, खबर आई ब्यूरो
हिमाचल में राज्य सभा सीट के लिए आज हुए चुनाव में हाई वोल्टेज राजनीतिक ड्रामे के साथ भाजपा प्रत्याशी ने जीत हासिल की। बेशक कांग्रेस व भाजपा दोनों ने ही राज्य सभा चुनाव को लेकर रणनीति तय की हो, मगर चुनावी राजनीति की शतरंज की बिसात में भाजपा कामयाब हो गई।
उल्लेखनीय है कि राज्य सभा सीट के लिए मतदान के दौरान ही विधान सभा परिसर में क्रास वोटिंग की चर्चाएं तेज हवा में तैरने लगी। मगर इन चर्चाओं को उस वक्त बल मिला जब कांग्रेस नेता पार्टी विधायकों को तलाशने लगे।
दरअसल राज्यसभा चुनाव को लेकर सुबह से ही विधान सभा परिसर में गहमा गहमी रही। राजनीतिक हलचल तेज थी। क्रास वोटिंग का अंदेशा हर्ष महाजन के भाजपा उम्मीदवार बनने के साथ ही लगाया जा रहा था। विधान सभा परिसर में सुबह 9 बजे से मतदान शुरू होते ही विधायकों का आना जाना लगा रहा।
निर्दलीय आशीष शर्मा ने सबसे पहले वोट डाला। इसके बाद विधायक मतदान के लिए कतार में लगे रहे।
कांग्रेस के छ: विधायक राजेंद्र राणा, सुधीर शर्मा, चैतन्य शर्मा, रवि ठाकुर, देवेंद्र कुमार भुट्टो व इंद्र दत्त लखनपाल करीब करीब एक ही वक्त पर वोट डालने पहुंचे। कांग्रेस के इन सभी विधायकों ने विधान सभा परिसर में पहुंच कर मतदान किया। इसके बाद विधायक परिसर से बाहर चले गए। मतदान के बीच ही 9 विधायकों के क्रास वोटिंग की चर्चाएं शुरू हुई। साथ ही विधायकों को तलाशा भी जाने लगा।
इस बीच विपक्ष ने भोजनावकाश से पहले सदन में विधायकों की गैर मौजूदगी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के कटौती प्रस्तावों पर चर्चा के बाद मत विभाजन की मांग की।
मगर इससे पहले विधान सभा में कटौती प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित हो गया था। नतीजतन विपक्ष ने हंगामा शुरू किया। मगर यह सब राजनीतिक ड्रामे का हिस्सा माना जा रहा है। विधायकों के नदारद होने के बाद कांग्रेस खेमे में भी खलबली मच गई। लगातार बैठकों का दौर चलता रहा।
इस बीच मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि भाजपा धनबल के सहारे कांग्रेस के 6 विधायकों को लेकर गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन विधायकों के परिजन भी इन्हें तलाश रहे हैं। उन्होंने विधायकों के परिजनों से उनसे संपर्क करने को कहा।
उधर बताया जा रहा है कि कांग्रेस के छ: विधायक राजेंद्र राणा, सुधीर शर्मा, इंद्रदत्त लखनपाल, रवि ठाकुर, चैतन्य शर्मा व देवेंद्र भुट्टो पंचकुला में हैं। इनके साथ ही तीन निर्दलीय विधायक होशयार सिंह, केएल ठाकुर व आशीष शर्मा भी पंचकूला हरियाणा में ही हैं।
इसी दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि विधायक दल की बैठक में किसी ने कोई नाराजगी जाहिर नहीं की।
उन्हें पूर्ण विश्वास है कि कांग्रेस इसमें विजयी होगी। संकट की घड़ी जरूर है। एक उम्मीदवार भाजपा ने दिया है और उनको लगता है कि केंद्र सरकार का आशीर्वाद है। वह बहुत आश्वस्त होकर फील्ड में निकले हैं। सच बात यह है कि सरकार को बनाने की बात थी तो जितने भी विधायक जीतकर आए तो उन्हें आशा थी कि उन्हें कुछ न कुछ जरूर बनाया जाएगा। जैसे राजेंद्र राणा ने कहा कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री धूमल को हराया। अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा है। उन्हें भरोसा भी दिलाया गया है कि वक्त आएगा तो उन्हें स्थान दिया जाएगा। इससे कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी।
वहीं, चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुदर्शन बबलू मंगलवार को तबीयत सुधरने के बाद राज्यसभा के लिए मतदान करने मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से शिमला पहुंचे। हालांकि इस दौरान उनका उपचार कर रहे चिकित्सक भी उनके साथ मौजूद रहे।