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भुभू जोत टनल सरकार की प्राथमिकता – विक्रमादित्य सिंह
ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में लोक निर्माण मंत्री ने फहराया राष्ट्रीय ध्वज –
कुल्लू, खबर आई ब्यूरो
कुल्लू, हिमाचल दिवस का 78वां जिला स्तरीय समारोह कुल्लू के ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और भव्य मार्च पास्ट की सलामी ली। परेड में प्रदेश पुलिस के अलावा एसएसबी, आईटीबीपी, होमगार्ड, जिला रेड क्रॉस और स्काउट्स एन्ड गाइडस की टुकड़ियों ने भाग लिया।
विक्रमादित्य सिंह ने अपने सम्बोधन में समस्त जिलावासियों को हिमाचल दिवस की शुभकामनाए दीं। उन्होंने हिमाचल को राज्य का दर्जा दिलाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ. वाई.एस.परमार को याद किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान राज्य का चहुंमुखी विकास करके प्रदेशवासियों को पारदर्शी और उत्तरदायी प्रशासन उपलब्ध करवाया है।
विक्रमादित्य ने कहा कि जिला कुल्लू में पर्यटन विकास और बागवानी की अपार संभावनाएं है और प्रदेश सरकार इसे और अधिक मजबूत करने के लिए कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि लग वैली और कांगड़ा को टनल से जोड़ने के लिये प्रदेश सरकार प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री और उन्होंने, केंद्रीय परिवहन मंत्री से मुलाकात कर भुभू जोत टनल निर्माण के लिये बात रखी है। उन्होंने कहा की बिजली महादेव और पैराग्लाइडिंग साइट को भी रोपवे से जोड़ने के लिये कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जिला कुल्लू में लोक निर्माण कुल्लू वृत्त के अंतर्गत विधानसभा क्षेत्र मनाली, कुल्लू तथा बंजार में गत दो वर्षों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत 13 सड़कों का निर्माण किया गया है इसपर 11946 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। उन्होंने कहा कि नाबार्ड के अंतर्गत 2677 लाख रुपए व्यय कर चार नई सड़कों का निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया की पीएमजीएसवाई के अंतर्गत तीन पुलों का निर्माण किया गया है और इस पर 1923 लाख रुपए व्यय किए गए हैं और
सीआरएफ के अंतर्गत 38.86 करोड़ के कार्य पूर्ण किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मनाली बाईपास सड़क का निर्माण 352 लाख रुपए व्यय कर पूर्ण किया गया है। इसके अलावा रांगड़ी पुल का निर्माण 15 करोड़ व्यय कर पूर्ण किया गया है।
मंत्री ने कहा कि पीएमजीएसवाई -4 के अंतर्गत 25 नई सड़कों के लिए प्रस्ताव भेजा गया है और इनकी कुल लंबाई 163 किलोमीटर है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग – 305 सैंज -लुहरी-औट रोड की विशेष मुरम्मत कार्य व अवरोधक दीवार निर्माण किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग चालू वित्त वर्ष दौरान जर्नल प्लान, एससीडीपी, टी बीएडीपी और टीएडीपी में 1402.14 करोड रुपये की राशि का प्रावधान सडकों व पुलों के निर्माण कार्यों, मशीनरी व भवनों के निर्माण इत्यादि के लिये किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में इक्तालिस हज़ार पांच सौ तैंतालीस किलोमीटर लम्बी वाहन योग्य सड़के हैं। वर्ष 2025-26 तक इसे इक्तालिस हज़ार छः सौ किलोमीटर से अधिक करने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में 252 किलोमीटर, मैटलिंग एण्ड टॉरिंग, 145 किलोमीटर वाहन योग्य सड़कों का निर्माण,235 (दो सौ पैंतीस) किलोमीटर सड़कों पर क्रॉस ड्रेनेज, 12 पुलों का निर्माण- (बारह), चार गांवों को सड़क सुविधा से जोडने 728 किलोमीटर सड़कों का उन्नयन, 1186 किलोमीटर सड़कों के नवीनीकरण के कार्य पूर्ण किए जाएंगे।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 18711 में से 3635 बस्तियां अभी तक सड़कों से जोड़ी जानी शेष है। सरकार द्वारा वार्षिक योजना की विभिन्न मददों में बस्तियों को सड़क से जोड़ने के लिए बजट का प्रावधान किया गया है तथा वर्ष 2025-26 में पीएमजीएसवाई के अंतर्गत 250 से ज्यादा जनसंख्या की 22 बस्तियों को सड़कों से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। सरकार द्वारा मुख्य मन्त्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत में 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है और मुख्य मन्त्री सड़क एवमं रख रखाव योजना के तहत वर्ष 60.00 करोड का प्रावधान किया गया ताकि गांव तक बेहतर सड़क सुविधा उपलब्ध हो सके।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सड़क की दूरियां कम करने के लिए नदियों व नालों पर लंबे पुलों का निर्माण के लिये सरकार योजनाएं बनाकर उन पर कार्यशील है। उन्होंने कहा कि राज्य में 2502 पुल थे और अतिरिक्त 41 पुलों का निर्माण पूर्ण कर लिया गया हैं। सरकार ने इस वर्ष के लिये 12 पुलों के निर्माण कार्यों को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमन्त्री ग्राम सड़क योजना में अभी तक 4003 सड़कों व पुलों के निर्माण हपर 11337.55 करोड़ की धनराशि स्वीकृत हुई है। राज्य में अब तक 3649 सड़कों व पुलों का निर्माण हो चुका है। इसपर 8386 करोड़ रुपये व्यय किये गए हैं और 2540 गांव को सड़कों से जोड़ा जा चुका है। शेष बची 351 सड़को को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि प्रदेश में अभी तक 35260 किलोमीटर सड़कें टारिंग की जा चुकी है। सरकार ने वर्ष 2025-26 में सड़कों की रिन्युवल कोट के लिए लगभग 1100 किलोमीटर का प्रावधान किया है, जिसमें लगभग 298.85 करोड रूपये खर्च किए जाएंगें। उन्होंने कहा कि विभाग ने सड़कों को दुरुस्त रखने के लिये 770.47 लाख रूपये की लागत से 38 नई मशीनरी वाहन खरीदे हैं।
मंत्री ने कहा कि शहरी विकास विभाग द्वारा नगर परिष्द कुल्लू को राज्य वित्त आयोग तथा केंद्रीय वित्त आयोग से 741 लाख रुपये जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि नगर परिषद कुल्लू में अमरुत योजना के अंतर्गत 34.38 करोड़ के कुल 9 परियोजनाएं बनकर पूर्ण हुई हैं, इनमें तीन ड्रेनेज, चार यातायात, एक सीवरेज तथा एक जल आपूर्ति की परियोजना शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कुल्लू शहर के लिये जीआईएस मास्टर प्लान अधिसूचित कि जा चुका है और शहर में विभिन्न विकास कार्यों के अतिरिक्त 3 करोड़ 35 लाख जारी की गई है। अमरुत – दो परियोजना में भी 92 लाख रुपए खर्च कर प्राकृतिक जल स्त्रोतों का जीर्णोद्वार किया जा रहा है। 3 करोड़ 10 लाख रुपए से नगर परिषद कुल्लू के निचले क्षेत्र के लिए सीवरेज से जोड़ने के लिए कार्य प्रगति पर है।
इस समारोह के दौरान विभिन्न शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों व संस्थाओं के कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले युवाओं और अन्य संस्थाओं को भी सराहनीय सेवाएं देने वाले अधिकारियों व कर्मचारियो को भी सम्मानित किया।
इस मौके पर विधायक सुरिंदर शौरी, पूर्व मंत्री खिमी राम शर्मा,उपायुक्त तोरुल एस रविश, पुलिस अधीक्षक डॉ कार्तिक गोकुल चंद्रन, भूतपूर्व सैनिक, वरिष्ठ नागरिक और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।