एक गुमनाम खत, गंभीर आरोप लगाए महिला पुलिसकर्मी पर –
मीडिया सहित राज्यपाल, सीएम व बड़े अधिकारियों के नाम भेजे पत्र –
कुल्लू, खबर आई सूत्र
सोमवार को कुल्लू के मीडिया कर्मियों को भुंतर की समस्त जनता के नाम से एक पत्र मिला। जिसमें भुंतर में तैनात एक महिला तैनात एक महिला पुलिस कर्मचारी को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। मीडिया कर्मियों के साथ-साथ प्रदेश के राज्यपाल, मुख्य न्यायाधीश, डीजीपी, मुख्यमंत्री, सीपीएस सुंदर ठाकुर, उपायुक्त कुल्लू व एसपी को भेजे गए इस पत्र में महिला पुलिस कर्मचारी पर वाहन चालकों को परेशान करने के साथ-साथ उनसे अवैध वसूली करने का भी आरोप लगाया गया है। पत्र में लिखा गया है कि महिला पुलिस कर्मी लगभग 12 साल से भुंतर में ही तैनात है। हालांकि विधानसभा चुनाव के दौरान
लगभग दो अढ़ाई महीने के लिए इसको कुल्लू स्थानांतरित किया गया था।
लेकिन उसके बाद वह फिर भुंतर में तैनात कर दी गई है। लिखे गए पत्र में यह भी आरोप लगाया है कि जब कोई वाहन चालक चालान भुगतने जाता है तो उसके साथ भी अभद्र व्यवहार किया जाता है और अगर उसका विरोध किया जाता है तो महिला पुलिस कर्मचारी लोगों को चरस के मामले में फंसाने की धमकी देती है। पत्र में यह भी बताया गया है कि महिला पुलिस कर्मचारी का घर भी भुंतर थाना क्षेत्र के तहत ही स्थित है, जो कि नियमानुसार गलत है। पत्र में लिखा गया है कि महिला पुलिस कर्मचारी लोगों को धमकाते हुए कहती है कि मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। तमाम अधिकारी उसकी जेब में रहते हैं। वह महिलाओं व पुरुषों को अश्लील गालियां भी देती है। पत्र में मांग की गई है कि महिला
पुलिस कर्मचारी का यहां से तबादला किया जाए। यह भी लिखा गया है कि शिकायतकर्ता पत्र में अपना नाम नहीं लिख सकते हैं क्योंकि महिला पुलिस कर्मचारी उसके खिलाफ बोलने वालों को चरस के मामले में फंसाने की धमकी देती है।
जिससे डर कर वह पत्र में अपना नाम नहीं लिख रहे हैं। शिकायतकर्ता में समस्त इलाका वासी शमशी, भुंतर व बजौरा क्षेत्रवासी लिखा गया है। इस संबंध में कुल्लू एसपी साक्षी वर्मा का कहना है कि हालांकि इस शिकायत पत्र में किसी ने भी अपना नाम नहीं लिखा है। ऐसे में सही तौर पर जांच करना कठिन हो जाता है। लेकिन इसके बावजूद भी वह अपने स्तर पर इस मामले की जांच करवा कर जो भी उचित कार्यवाही होगी की जाएगी।